पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कल 24 मार्च को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। भगवंत मान ने पीएम मोदी को पंजाब की वित्तीय हालत से रूबरू कराया। उन्होंने बताया कि पंजाब पर 3 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। ऐसे में भगवंत मान ने पंजाब के लिए केंद्र से अगले दो साल के लिए 50-50 हजार करोड़ रुपये का स्पेशल पैकेज मांगा है।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद भगवंत मान ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘हमें राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए केंद्र के समर्थन की जरूरत है। पंजाब की आर्थिक स्थिति बदहाल है। हमने राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए 2 साल के लिए 50-50 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की है।’
पंजाब में बड़ी जीत हासिल करके आम आदमी पार्टी ने सरकार बना ली है लेकिन उसके पास चुनौती कम नहीं है। भगवंत मान एक ऐसे राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं जिसके ऊपर पौने तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। पंजाब के वित्त मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि राज्य पर 2.73 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। 5 साल पहले 2017 में जब कांग्रेस यहां सत्ता में आई थी तब पंजाब पर 1.82 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था। वहीं 2012 में 83 हजार करोड़ रुपये का कर्ज था।
भगवंत मान ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा, “हमें राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए केंद्र के समर्थन की जरूरत है। पंजाब की आर्थिक स्थिति बदहाल है। हमने राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए 2 साल के लिए 50-50 हजार करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। खजाने को लूटने वाले माफिया को खत्म कर दोबारा खजाना भरने की कोशिश कर रहे हैं।’ भगवंत मान ने आगे कहा, ‘कम से कम 2 साल के लिए हमें स्पेशल पैकेज मिल जाएगा तो तब तक हम अपनी वित्तीय स्थिति संभाल लेंगे। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री देश के वित्त मंत्री से बात करके पंजाब को सहयोग देंगे।”
भगवंत मान के पंजाब के लिए मदद पैकेज मांगने के बाद ट्विटर यूजर की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट किया,’भगवंत मान ने पीएम मोदी से हर साल 50,000 करोड़ रुपये की मांग की ताकि वह अपने चुनावी वादे पूरे कर सकें। नहीं तो वह अपने चुनावा वादे पूरा करने में असमर्थ हैं।’
दरअसल आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कई चुनावी वादे भी किए थे जिसमें दो वादों ने सबका ध्यान खींचा। पहला- हर परिवार को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली और दूसरा- 18 साल से ऊपर की हर महिला को हर महीने एक हजार रुपये। इसमें 20 से 22 हजार करोड़ रुपये का खर्चा हर साल आएगा।
चुनाव आयोग के मुताबिक, पंजाब में 19 साल से ऊपर लगभग 1 करोड़ महिलाएं हैं। अगर आप सरकार यह वादा पूरा करती है तो हर साल 12,000 करोड़ रुपये का खर्च बढ़ने की संभावना है। वहीं पंजाब में करीब 70 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। अगर आम आदमी पार्टी सरकार सभी परिवारों को 300 यूनिट तक फ्री बिजली देती है, तो उस पर सालाना 9 हजार करोड़ रुपये का बोझ बढ़ने की संभावना है।