Thursday, November 14, 2024
Home > Uncategorized > कार की सफाई के बहाने फास्टैग से पैसे चुराने वाला वीडियो वायरल, इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही निकला!

कार की सफाई के बहाने फास्टैग से पैसे चुराने वाला वीडियो वायरल, इसके पीछे की सच्चाई कुछ और ही निकला!

फास्टैग स्कैम (FASTag Scam).बीते 24 घंटों में फास्टैग से जुड़ा स्कैम इंटरनेट की दुनिया में ट्रेंड में बना हुआ है. इस ट्रेंड के पीछे की वजह है एक वायरल वीडियो, जिसमें बिना टोल प्लाजा गए आपके फास्टैग से पैसे कटने का दावा किया जा रहा है. वायरल वीडियो में कुल जमा तीन लोग दिखाई दे रहे हैं. दो लोग गाड़ी के अंदर बैठे हैं और एक बच्चा, जो गाड़ी की सफाई कर रहा है. दावा है कि गाड़ी के सफाई के बहाने बच्चे ने फास्टैग को स्कैन कर Paytm से पैसे साफ कर दिए.

आइये जानते है क्या है वायरल वीडियो का सच और वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई। सबसे पहले वायरल वीडियो को फेसबुक पेज BakLol Video पर पर 24 जून को पोस्ट किया गया था वीडियो का कैप्शन है-
अगर आपकी गाड़ी पे FASTAG है तो ये वीडियो जरूर देखे.

3 मिनट 45 सेकेंड के इस वीडियो में कहीं पर भी कोई डिस्क्लेमर नहीं डाला गया है और लोग इस घटना को सच मानकर धड़ल्ले से शेयर कर रहे हैं. एक दिन में वीडियो पर 21 मिलियन यानी 2 करोड़ से ऊपर व्यूज़ आ चुके हैं.

फेसबुक पेज BakLol Video के बारे में सर्च करने पर पता चला कि पेज के ओनर पंकज शर्मा है. द लल्लनटॉप नाम के न्यूज़ वेबसाइट ने जब फेसबुक मैसेंजर के जरिए पंकज शर्मा से संपर्क किया. उन्होंने बताया,

‘FASTag वाला वीडियो पूरी तरह से स्क्रिप्टेड है, जिसका मकसद जागरूकता फैलाना भर है. हमने कई जगह सुना था कि इस तरह के स्कैम हो रहे हैं इसलिए हमने फास्टैग स्कैम पर वीडियो बनाया. वीडियो में जो शख्स घनी दाढ़ी के साथ ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं, उनका नाम अनुभव गोलिया है. अनुभव के बगल में रितिक बैठे हैं जबकि बच्चे के बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है क्योंकि उसको अनुभव ने कास्ट किया था.’

जब पंकज से बच्चे के हाथ में दिख रहे डिवाइस और डिस्क्लेमर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,

‘बच्चों के हाथ में दिख रहा डिवाइस एक सामान्य स्मार्टवॉच है जिसे हमने ऑनलाइन खरीदा था. जहां तक सवाल डिस्क्लेमर का है तो हम जल्द ही इसका टाइटल बदलने वाले हैं. हम इसमें Entertainment Purpose जोड़ेगें.’

वीडियो वायरल होने के बाद FASTag की तरफ से भी जवाब आया है. FASTag ने अपने ट्विटर अकाउंट से वायरल वीडियो पर एक ट्विटर यूज़र को रिप्लाई देते हुए लिखा,

‘NETC FASTag लेनदेन केवल रजिस्ट्रेड मर्चेंट्स (टोल और पार्किंग प्लाजा ऑपरेटरों) द्वारा शुरू किया जा सकता है. जो केवल संबंधित जगहों से NPCI द्वारा ऑनबोर्ड हैं. कोई भी अनधिकृत उपकरण NETC FASTag पर कोई वित्तीय लेनदेन शुरू नहीं कर सकता है. यह बिल्कुल सुरक्षित है.’
https://twitter.com/FASTag_NETC/status/1540578013640724480?s=20&t=967AYRiFuMeM75n7WFOGvA

चूंकि इस मामले में Paytm का भी नाम उछाला जा रहा था तो Paytm ने भी सफाई दी. पेटीएम ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा,

‘एक वीडियो पेटीएम फास्टैग के बारे में गलत सूचना फैला रहा है, जो गलत तरीके से स्मार्टवॉच स्कैनिंग फास्टैग दिखाता है. NETC दिशानिर्देशों के अनुसार, FASTag भुगतान केवल अधिकृत व्यापारियों द्वारा शुरू किया जा सकता है, परीक्षण के कई दौर के बाद ऑनबोर्ड किया गया. पेटीएम फास्टैग पूरी तरह से सुरक्षित है.’

सरकारी संस्था PIB Fact Check ने भी ट्वीट कर वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावों को फर्जी बताया है.