शिवसेना सांसद संजय राउत के घर 31 जुलाई को सुबह-सुबह ईडी के अधिकारी पहुंच गये। 1034 करोड़ से ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ईडी की टीम ने संजय राउत को पहले ही समन जारी किया था लेकिन वे पेश नहीं हुए थे। इतना ही नहीं संजय राउत पर इस जांच में सहयोग नहीं करने का भी आरोप है। माना जा रहा है कि इसके बाद ईडी की टीम उनके ही घर पहुंच गई है। इधर ईडी संजय राउत के घर पहुंची तो उधर संजय राउत ट्विटर पर ट्वीट करने लगे।
घर पहुंची ईडी तो क्या बोले संजय राउत?
संजय राउत ने एक ट्वीट किया, “मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। यह मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर कह रहा हूं..बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है। मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा।” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “झूठी कार्रवाई..झूठा सबूत। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा..मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा, जय महाराष्ट्र।”
संजय राउत के ट्वीट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
संजय राउत के इस ट्वीट पर अब तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। दिनेश खेताल नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हमारे साहेब की कसम बिलकुल भी मत लेना, क्या साहब ने कभी कहा कि मेरी असंख्य सेना को शिवसेना के ही आधार से गिराओ? पवार जो कहेंगे वो सुनोगे और करोगे फिर हमारे साहेब की शिवसेना चलाओगे?’ अमर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘संकट की घड़ी में बाला साहेब को याद करते हो और बाकी समय पवार साहब को?’
गिरीश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘तो क्यों न खुद जांच का सामना किया जाए? आप क्यों कह रहे हैं कि शिवसेना नहीं जाएगी? कहां मिले 55 लाख, बंद करो आदरणीय बालासाहेब के नाम का दुरुपयोग, क्या उन्होंने सबको श्राप देने के लिए कहा था?’ संदीप नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राउत साहब हिम्मत रखो, आम मराठी लोग हमारे साथ हैं, बीजेपी इंसानियत छोड़कर बहुत निचले स्तर पर चली गई है।’
संजय राउत का ट्वीट
प्रभाकर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘जी श्रीमान!, यह समय भी बीत जाएगा और एक दिन यह हमारे पास भी आएगा। शिवसैनिकों को अब सड़क पर लड़ाई लड़नी होगी! करो या मरो ही एकमात्र विकल्प है।’ अजीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अरे भाई तो इतना डर क्यों लग रहा है? कुछ नहीं करते तो शांत रहो, जांच का सामना करो, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।’
बता दें कि संजय राउत को ईडी की तरफ से 27 जुलाई को पेश होने के लिए समन भेजा गया था लेकिन वह जांच में शामिल नहीं हुए। कहा जा रहा है कि संजय राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, इसी वजह से ईडी ने ये कार्रवाई की है। आशंका जताई जा रही है कि ईडी संजय राउत को हिरासत में ले सकती है और ईडी दफ्तर में लाकर उनसे पूछताछ कर सकती है।