पीवी सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 में 21 साल 1 महीना और 14 दिन की आयु में पदक जीता था। अब अमन ने 21 वर्ष और 24 दिन की आयु में पदक जीतकर भारत के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट होने का गौरव प्राप्त किया है। इस सूची में तीसरे स्थान पर साइना नेहवाल का नाम आता है।
पेरिस ओलंपिक में देश को छठा पदक दिलाने वाले अमन सहरावत ओलंपिक में पदक जीतने वाले देश के सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। उनसे पहले है उपलब्धि पीवी सिंधू के नाम थी।
पीवी सिंधु ने रियो ओलंपिक 2016 में 21 साल 1 महीना और 14 दिन की आयु में पदक जीता था। अब अमन ने 21 वर्ष और 24 दिन की आयु में पदक जीतकर भारत के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट होने का गौरव प्राप्त किया है। इस सूची में तीसरे स्थान पर साइना नेहवाल का नाम आता है। उन्होंने 22 साल 4 महीने और 18 दिन की आयु में लंदन में 2012 में पदक जीता था। वहीं चौथे और पांचवें स्थान पर मनु भाकर हैं। उन्होंने इस ओलंपिक में दो पदक जीते हैं। मनु ने अपना पहला पदक 22 साल 5 महीने और 10 दिन की आयु में जीता तो वहीं अगले 2 दिन बाद ही 22 साल 5 महीने और 12 दिन की आयु में पदक अपने नाम किया।
तीसरे स्थान पर थे बिजेंद्र, अब छठे पर पहुंचे
इससे पहले मुक्केबाज विजेंद्र सिंह इस सूची में तीसरे स्थान पर थे जो अब छठे पर चले गए हैं। विजेंद्र सिंह ने 22 साल 9 महीने और 24 दिन की आयु में बीजिंग में 2008 में पदक जीता था। उसे समय विजेंद्र सिंह भारत की ओर से ओलंपिक में पदक जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे। इनके बाद इस बार के कांस्य पदक विजेता सरबजोत सिंह का नंबर आता है। सरबजोत ने 22 साल और 10 महीने की आयु में पदक जीता है।
छह में अकेले झज्जर से तीन पदक
इस ओलंपिक में भारत ने अभी छह पदक जीते हैं। इनमें से तीन पदक हरियाणा के झज्जर जिले के खिलाड़ियों के नाम है। झज्जर के अमन सहरावत व मनु भाकर ने तीन पदक पर निशाना लगाया है। मनु ने एक पदक मिश्रित में जीता है।