देहरादून: पहाड़ी सीमावर्ती और आपदा प्रभावित क्षेत्रों की युवतियों के सशक्तिकरण और विकास के लिए एक “नई युवा नीति” बनाई गई है। जो कि 12 जनवरी राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर लागू की जाएगी।
युवा मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि इस 12 जनवरी 2025 को उत्तराखंड में एक नई युवा निति लागू की जाएगी। इस नीति के माध्यम से राज्य के युवा समाज को एक नई दिशा दी जाएगी। विशेष रूप से पहाड़ी बॉर्डर और आपदा प्रभावित क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में यह नीति सहायक होगी।
युवतियों के लिए जेंडर बजट का प्रावधान
मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि उत्तराखंड के पहाड़ी और सीमावर्ती इलाकों युवाओं की जरूरतें और समस्याएँ राज्य के अन्य क्षेत्रों से भिन्न हैं। इसीलिए इस नीति को बनाते समय इनकी विशिष्ट आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी गई है। इस युवा निति के ड्राफ्ट में सीमावर्ती क्षेत्रों के युवाओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कई विशेष प्रावधान जोड़े गए हैं। विशेषकर 15 से 29 वर्ष की आयु की युवतियों के लिए के लिए “जेंडर बजट” का प्रावधान किया गया है, ताकि उनको आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर
उन्होंने आगे कहा कि इस नई युवा नीति का विशेष उद्देश्य राज्य के पहाड़ी सीमावर्ती और आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पलायन को रोकना और स्थानीय युवतियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। युवतियों को इस नीति के तहत आर्थिक विकास के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। जो की महिलाओं को एक नई दिशा देने में सहायक होगा।