वक्फ संशोधन विधेयक पर राज्यसभा ने भी गुरुवार देर रात मुहर लगा दी। 12 घंटे से अधिक समय तक चली चर्चा के बाद हुई वोटिंग में विधेयक के पक्ष में 128 और विरोध में 95 मत पड़े। इसके साथ ही विधेयक बहुमत के साथ पारित हो गया। मतदान की प्रक्रिया रात लगभग ढाई बजे तक चली।

इसके पहले विधेयक पर दिन में एक बजे चर्चा शुरू हुई। विधेयक के अलग अलग क्लॉज पर विपक्ष के संशोधनों पर अलग अलग विचार किया गया और इनमें से ज्दाायतर ध्वनिमत से खारिज कर दिए गए। लेकिन दो गैर मुस्लिम सदस्यों के मुद्दे पर डीएमके सांसद तिरुचि शिवा ने मतदान की मांग की। मतदान के बाद तिरुचि शिवा के संशोधन के पक्ष में 92 और विपक्ष में 125 वोट पड़े।

दोपहर एक बजे केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक पेश किया। विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा, रिजिजू कह रहे हैं कि गरीब की मदद करेंगे। आप 10 साल से सत्ता में हैं, तब क्यों नहीं किया। वहीं, शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा, मुस्लिमों की इतनी चिंता जिन्ना ने भी नहीं की थी। आप सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार देश में नफरत फैला रही है। चर्चा के दौरान सिब्बल ने प्रस्तावित कानून का विरोध किया और कहा कि गैर-मुस्लिमों को भी वक्फ बनाने का अधिकार है। उन्होंने कहा, ‘जब जमीन मेरी है तो आप कानून बनाने वाले कौन होते हैं।’

सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर आक्रामक प्रहार किया : चर्चा के दौरान भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह बिल मुस्लिमों के खिलाफ नहीं है। उन्होंने विपक्ष को धर्मनिरपेक्षता की आड़ में तुष्टीकरण की राजनीति करने वाला बताया।