Thursday, November 14, 2024
Home > Uncategorized > उत्तराखंड: फर्जी शिक्षकों पर गिरी गाज, अकेले रुद्रप्रयाग में फर्जी डिग्री वाले 19 की सेवा समाप्त

उत्तराखंड: फर्जी शिक्षकों पर गिरी गाज, अकेले रुद्रप्रयाग में फर्जी डिग्री वाले 19 की सेवा समाप्त

देहरादून: उत्तराखंड में इस हद तक शिक्षा का हाल बेहाल है कि स्वयं शिक्षक फर्जी डिग्री लेकर नौकरियां कर रहे हैं। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिला में भी कुल 22 अध्यापकों की एसआईटी जांच में बीएड की फर्जी डिग्री पाई गई है। यह अध्यापक फर्जी डिग्री दिखा कर अध्यापक की नौकरी कर रहे थे। इनमें से 19 अध्यापकों की सेवा को समाप्त कर दिया गया है। 2 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि एक शिक्षक की मृत्यु हो गई है।

गौरतलब हो एसआईटी लंबे समय से उत्तराखंड में फर्जी शिक्षकों की जांच कर रहा है। कई फर्जी डिग्री वाले अध्यापकों के ऊपर शिक्षा विभाग कार्यवाही कर उनको ड्यूटी से निलंबित कर चुका है। यह वही शिक्षक हैं जिन्होंने कई सालों पहले फर्जी डिग्री के बलबूते पर नौकरियां प्राप्त की थीं। एसआईटी ऐसे ही शिक्षकों की डिग्रियों की जांच कर रहा है। हाल ही में रुद्रप्रयाग के शिक्षक भी जांच के दायरे में आए।

जांच हुई तो पता लगा कि 22 अध्यापकों की बीएड की डिग्री फर्जी है। इन सभी शिक्षकों ने 1995-2005 के बीच फर्जी डिग्री जमा कराई थी। मगर चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में 10 वर्षों के सत्र में इन शिक्षकों की डिग्री का कोई रिकॉर्ड नहीं मिल सका है जिसके बाद उनके डिग्री को फर्जी माना जा रहा है। 22 अध्यापकों में से 19 अध्यापकों की सेवा को समाप्त कर दिया गया है जबकि दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। एक अध्यापक मामला कोर्ट में चल रहा है।

वहीं 14 अन्य शिक्षक जांच के दायरे में है और एसआईटी उनकी डिग्रियों की जांच कर रही है। एसआईटी ने शिक्षा विभाग को इसमें तुरंत विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।