बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश (Nitish Kumar) कुमार के एनडीए (NDA) में शामिल होने को लेकर सियासत गरमाई हुई है। I.N.D.I.A गठबंधन में खटपट के बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश कुमार फिर से एनडीए में वापसी कर सकते हैं।
नीतीश कुमार के सोमवार को पटना में भाजपा नेताओं की ओर से आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती समारोह में शामिल होने के बाद भाजपा नेता सुशील मोदी बोले कि वह (नीतीश कुमार) भाजपा में प्रवेश नहीं कर सकते हैं, यह बात उनको स्पष्ट कर दी गई है।
भाजपा नेता सुशील मोदी ने मीडिया से बातचीत में कहा, जदयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister of India Amit Shah) ने एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार स्पष्ट कर दिया है कि अब भाजपा के दरवाजे उनके लिए बंद हो गए हैं। बिहार भाजपा (BJP) अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने भी यह बात साफ कर दी है।
सुशील मोदी ने कहा, ”हम क्यों उनका (नीतीश कुमार) का साथ दें, उनके पास बचा क्या है। उनमें राजनीतिक ताकत क्या है। नीतीश कुमार में दो वोट तो ट्रांसफर करने की क्षमता नहीं है। अगर उनकी राजनीतिक क्षमता बची होती तो साल 2020 के विधानसभा चुनाव में सिर्फ 45 सीटों पर क्यों सिमट गए।”
अपने बलबूते जीतेंगे चुनाव
भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने जदयू के लिए प्रचार नहीं किया होता तो ये भी सीटें नहीं आतीं। नीतीश ने कहा कि अब नीतीश कुमार एक राजनीतिक बोझ बन चुके हैं। जदयू (JDU) हो या कांग्रेस (Congress) ये दल भाजपा के लिए बोझ हैं, भाजपा उसको अपने पर ढोने का काम क्यों करेगी।
सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा कि हम साल 2024 में लोकसभा चुनाव और 2025 में विधानसभा चुनाव अपने बलबूते जीतेंगे।